MA History- MHI- 101 Unit - 10 (परवर्ती रोमन संसार)

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 Unit - 10 (परवर्ती रोमन संसार) Part-02



परवर्ती रोमन साम्राज्य के राज्य और प्रशासन

 

v  पैक्स रोमाना का युग समाप्त होने के बाद लगभग एक सौ वर्षों तक रोमन साम्राज्य में अव्यवस्था एवं अस्थिरता रहा।

v  पैक्स रोमाना, - (लैटिन: "रोमन शांति")

v  ऑगस्टस के शासनकाल (27 ई.पू.-14 ई.पू.) से मार्कस ऑरेलियस (161-180 ई.पू.) के शासनकाल तक भूमध्यसागरीय दुनिया भर में तुलनात्मक शांति की स्थिति

v  इस काल में रोमन साम्राज्य पर लगभग बीस से अधिक सम्राटों ने शाासन किया

v  रोमन साम्राज्य को इन संघर्षों से स्थिरता 284 ई. में डायक्लीशन के सत्ता संभालने के बाद मिला

v  डायक्लीशन ने सत्ता संभालने के साथ ही रोमन साम्राज्य को स्थिरता प्रदान की

v  उसने प्रशासन को व्यवस्थित करने के लिए उसे चार भागों में विभाजित कर दिया

v  पूर्वी हिस्से को उसने अपने पास रखा था।

v  अन्य तीन हिस्सों पर दूसरे सम्राटों को स्थापित किया

v  डायक्लीशन के प्रभावशाली व्यक्तित्व के कारण चार सम्राटों की शासन व्यवस्था होने के बाद भी प्रशासन में कोई समस्या नहीं आई।

v  306 ई. में डायक्लीशन के सेवानिवृत्ति के बाद राजवंशों की महत्त्वाकांक्षा के कारण यह व्यवस्था समाप्त हो गई

v  324 ई. तक कौन्सटैनटाइन का पूरे साम्राज्य पर नियंत्रण स्थापित हो चुका था

v  वह रोमन राजधानी को पूरब में ले गया

v  उसने कौन्सटैंटिनोपल शहर बसाया

v  राज्य में ईसाई धर्म को भी बढ़ावा दिया

v  391 ई. थियोडोसियस रोम का शासक बना

v  उसकी मृत्यु के बाद उसके दो बेटों के बीच रोम साम्राज्य विभाजित हो गया- पश्चिमी एवं पूर्वी रोमन साम्राज्य ।

v  चौथी एवं पांचवीं शताब्दी में रोमन साम्राज्य पर एशियाई कबीलों एवं हूणों ने आक्रमण किया।

v  डाक्लीशन वह पहला सम्राट् था, जिसने राज्य को राज्यतंत्रीय व्यवस्था प्रदान की और यह व्यवस्था अगले सौ वर्षों तक रही।

v  साम्राज्य की नागरिक प्रशासन में नौकरशाहों का पदानुक्रम पिरामिडनुमा था।

v  पदाधिकारियों को मजिस्ट्रेट कहा जाता था।

v  मेट्रोपोलिस की अपनी पुलिस, अनाज आपूर्ति व्यवस्था और नागरिक व्यवस्था होती थी और प्रत्येक अलग-अलग स्प्रेक्टर और क्वेस्टर होते थे।

v  क्वेस्टर राज्य का खजांची होता था। प्रांतों का प्रशासन राजाध्यक्षों के हाथों में होता था।








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