सामंतवाद - अधिपति, मातहत, फीफ, मैनोर और नाइट
अधिपति और मातहत के अधिकार और दायित्व
· अधिपति और मातहत (subordinates) दोनों महत्वपूर्ण वर्ग थे
· एक दूसरे पर निर्भर थे
· अधिपति और सामान्य व्यक्ति के बीच में वैधानिक प्रक्रिया - जिसके अंतर्गत इकरारनामा बनाया जाता था
· दोनों ही पक्षों पर कई बंधन और दायित्व होते थे
· स्वामी सेवा के बदले आजादी प्रदान करना
· देखरेख और सुरक्षा का वचन देना
· अधिपति के प्रति समर्पण भाव रखना - इकरारनामे की प्राथमिक और पहली शर्त थी
· आठवीं शताब्दी के मध्य मातहतों
की हैसियत बढ़ने लगी
· मातहतों द्वारा अपने अधिपति के प्रति स्वामी भक्ति को स्वीकारना
· कैरोलिन्जियों द्वारा स्वामीभक्ति की शपथ का समारोह
· मातहत अभिजात वर्ग का सदस्य है और स्वतंत्र आदमी की तौर पर सेवा करेगा
· आशीर्वाद प्राप्ति के पश्चात मातहत के द्वारा शपथ लिया जाता था
· आजाद आदमी के रूप में अपने अधिपति के प्रति धर्म ग्रंथ पर हाथ रखकर निष्ठावान रहने की शपथ लेता था
· आशीर्वाद और स्वामी भक्ति की शपथ दोनों पक्षों के जीवित रहते कायम रहती थी
· एकतरफा समाप्त नहीं किया जा सकता था
· आशीर्वाद प्राप्त करने और स्वामी भक्ति की शपथ लेने के समारोह में खासतौर पर फ्रांस के अनुदानित चुंबन आवश्यक शामिल होता था।
· खेती के लिए जमीन देने के समय आमतौर पर आशीर्वाद और स्वामी भक्ति की शपथ पूरी कर ली जाती थी
· मातहत प्राप्त संपत्ति पर कार्य करने और अपने मालिक के प्रति निष्ठावान रहने का दावा करता था
· अधिपति द्वारा मातहतों के लिए प्रतीक चिन्ह भेंट स्वरूप
· मातहत का दायित्व अपने मालिक की सेवा करना था
· जिसे आमतौर पर सहायता और सलाह के रूप में वर्गीकृत किया गया
· मातहतों सैनी जी सैनिक सेवा ही कराई जाती थी
· मातहतों को सैनिक इकट्ठा करने का भार भी सौंपा जाता था
· सैनिक भूमिका के साथ-साथ अधिपति के घरेलू कार्य देखने पड़ते थे
· अधिपति बिना किसी उत्तराधिकारी के मर जाता था तो उसके मातहत उस समय तक , अधिपति के मातहत माने जाते थे जब तक कि मृत व्यक्ति का उत्तराधिकारी वैधानिक रूप से तय नहीं किया जाता था
· यदि किसी पक्ष द्वारा अपने दायित्व को पूरा नहीं किया जाता था तो उस को दंड देने का प्रावधान था
· 12वीं और ,13 शताब्दी तक यह व्यवस्था प्रभावी हो गई थी
· टकराव का समाधान सशस्त्र संघर्ष द्वारा किया जाता था
· जमीन एक करार के तहत दी जाती थी
· जमीन पर मातहतों के बढ़ते प्रभाव के कारण कब्जा करना कठिन हो गया
· 12 वीं शताब्दी में फ्रांस में ज्यादा से ज्यादा अस्थाई जब्ती या कब्जा होने लगा
· समय के साथ अधिपति और मातहत के अधिकारों में परिवर्तन देखा गया
फीफ की प्रकृति
· सामंती कानून पर आधारित मध्ययुगीन अनुबंधों में एक जागीर एक केंद्रीय तत्व था।
· इसमें संपत्ति रखने का एक रूप या एक जागीरदार को अधिपति द्वारा दिए गए अन्य अधिकार शामिल थे,
· (अधिपति या मातहतों के प्रमुख) लॉर्ड अपने घर में मातहतों को रख सकता था
· अपने खर्च पर रोटी, कपड़ा, मकान दिया जाता था
· काम के बदले उसे एक संपदा या जमीन दे देते थे
· मिलने वाली आय से वह अपना जीवनयापन करता था
· बदले में मातहतों को उनकी सेवा करनी पड़ती थी
· मातहतों को दी जाने वाली भू संपदा फीफ या बेनेफिस (Benefice) कहलाती थी
· एक फीफ में भू संपदा होती थी
· भू संपदा का आकार अलग-अलग होता था
· निम्न प्रकार के प्राप्त अधिकार-
· कर वसूला
· बाजार से शुल्क वसूलना
· सिक्का डालने का अधिकार
· न्याय देने का अधिकार
· वकील मेयर संरक्षण ग्रहण करता आदि जैसे कार्य करने का अधिकार
· इस प्रकार के फीफ जिसमें भू संपदा नहीं होती थी उसे एक मुद्रा फीफ कहते थे
· इस प्रकार के फीफ से नियमित तौर पर आमदनी होती थी
· फ्रांस जर्मनी नीदरलैंड आदि में इसी प्रकार की व्यवस्था थी
· 11वीं शताब्दी में धार्मिक आंदोलन में सर्वप्रथम फीफ को समाप्त करने का प्रयास किया गया
· इस आंदोलन के स्वरूप अधिपति की ताकत में कमी आई
· फीफ मातहतों कि पैतृक संपत्ति मानी जाने लगी
· फीफ पर वंशानुगत अधिकार नहीं था
· मातहतों की मृत्यु के बाद फीफ पुनः अधिपति के पास चला जाता था
· मातहत के उत्तराधिकारी उस फीफ पर अधिकार कर लेते थे
· इंग्लैंड में 12 शताब्दी में फीफ के वंशानुगत अधिकार की प्रथा का शुरुआत हुआ
फीफ का उत्तराधिकार
· अधिपति द्वारा राहत शुल्क की मांग
· मातहतता प्रदान करना, आशीर्वाद देना, स्वामी भक्ति की शपथ लेना, और अभिषेक करने के लिए शुल्क मांगा जा सकता था
· शुल्क स्वरूप एक घोड़ा और घुड़सवार के लिए हथियार से लेकर 1 साल का कर मांगा जा सकता था
· धार्मिक आधार पर दिए गए भूखंडों पर कर नहीं लिया जाता था
· मातहत की मृत्यु के पश्चात यदि उत्तराधिकारी के नाबालिक होने पर करीबी संबंधी को मातहतता प्रदान किया जाता था
एक मैनोर में विभिन्न प्रकार के कृषक
· आर्थिक उत्पादन का मूल स्रोत
· सामाजिक जीवन की आधारभूत इकाई
· छोटे-छोटे आश्रित खेत शामिल होना
· इन खेतों पर अधिपति का सीधा अधिकार होना
· खेतों पर कृषि दास और इस जमीन से जुड़े किसानों के द्वारा खेती कर आ जाना
· सबसे अधिक जनसंख्या कृषि दासों की थी
· दासों को सर्फ कहा जाने लगा
· कानूनी तौर पर इन्हें खेत छोड़ने की आजादी नहीं थी
· अनेक सामाजिक आर्थिक और राजनीतिक प्रतिबंध लगाए गए
· संपत्ति बेच खरीद नहीं सकते थे
· मजदूरी नहीं कर सकते थे
· मर्जी से शादी नहीं कर सकते थे
· दासता की प्रथा वंशानुगत हो गई
· उनसे बेकार लिया जाता था
नाइट
· जॉर्ज दूबी के अनुसार नाइट्स सामंती शोषण का प्रमुख स्रोत
· नाइट एक घुड़सवार सैनिक
· जिनके पास एक लंबा बरछा होता था
· जिससे वह अपने दुश्मनों को घायल करके निकल जाते थे
· अधिपतियों के लिए यह घुड़सवार सैनिक अत्यधिक महत्वपूर्ण थे
· घुड़सवार सैनिक अधिपतियों की रक्षा करते थे
· घुड़सवारों की सामाजिक स्थिति अच्छी थी
· किसानों से कर वसूलने में इनका उपयोग किया जाता था
Link For This Video
Follow Us On You Tube
@TheENub & @NubInfo