MA History
MHI-06 - All Important Topics
1. प्राचीन समाज का
पुनर्निर्माण: स्रोतों का विशेष संदर्भ
(Reconstruction
of Ancient Society: Special Reference to Sources)
· भारतीय इतिहास के अध्ययन के विभिन्न स्रोत
2. शिकार-संग्रहण, प्रारंभिक कृषि समाज, पशुचारण
(Hunting-Gathering,
Primitive Agricultural Society, Cattle Pasturing)
· पुरापाषाण युगीन समाज के पुरातात्विक साक्ष्य
· शिकार संग्रहण समाजों कि सामाजिक संरचना
· प्रारंभिक खाद्य उत्पादन
· पुरापाषाण युग की प्रमुख विशेषताएं
3. हड़प्पा की सभ्यता
और अन्य ताम्रपाषाण संस्कृतियाँ
(Harappan
Culture and Other Copper Age Cultures)
· हड़प्पा की सामाजिक संरचना
· हड़प्पा सभ्यता का अंत
4. वैदिक साहित्य में
समाज (Society in Vedic Literature)
· वर्ण का विकास
· संगोत्रीय संबंध और पितृसत्तात्मक ढांचे
· वैदिक काल में वर्ण की भूमिका
5. लौह युगीन
संस्कृतियाँ (fron Age Cultures)
· लौह युगीन संस्कृतियों में सामाजिक ढांचे
6. उत्तर भारत में
सामाजिक-धार्मिक हलचल बौद्ध धर्म और जैन धर्म
(Socio-Religious
Stir in North India: Buddhism and Jainism)
· छठी शताब्दी ईसा पूर्व समाज में होने वाले बदलाव
/भौतिक, सांस्कृतिक, सामाजिक
और धार्मिक परिवर्तन
· जैन धर्म की उत्पत्ति / प्रमुख शिक्षाएं
· बौद्ध धर्म की प्रमुख सिद्धांत / उत्पत्ति
· दीनयान और महायान
7. मध्य और
प्रायद्वीपीय भारत में चौद्ध पर्व का अभ्युदय
(Rise of
Buddhism in Central and Subcontinental India
· मध्य तथा प्रायद्वीपीय भारत में बौद्ध धर्म का प्रसार
8. शहरी वर्ग व्यापारी
और शिल्पकार, खेतिहर बस्तियों का विस्तार
(Urban Class:
Traders and Craftsmen, Expansion of Agricultural Dwellings)
· भारत में दूसरे शहरीकरण के प्रकृति (1st = 3-2 सिंधु घाटी हड़प्पा, 2nd = 6 मगध)
9. चैत्य, विहार और उनका आदिवासी समूहों के साथ अंत संपर्क
(Chaitya, Vihar
and their Inter-relationship with Natives)
· बौद्ध धर्म की प्रमुख विशेषता / सम्राट अशोक का योगदान
10. प्रारंभिक तमिल
समाज क्षेत्र और उनकी संस्कृतियाँ और चीर पूजा की परम्परा
(Primary Tamil
Society: Areas and their Cultures and Tradition of Hero Worship)
· अध्ययन स्रोत - संगम युग के प्रारंभिक ऐतिहासिक काल
11. विवाह और पारिवारिक
जीवन, अस्पृश्यता की धारणाएँ, वर्ण और जाति के बदलते स्वरूप
(Marriage and
Family Life, Concepts of Untouchability, Changing Forms of Varma and Caste)
· बौद्ध जैन तथा हिंदू ग्रंथो के अनुसार पति-पत्नी के
कर्तव्य
· विवाह के प्रकार
· वर्ण और जाति के संदर्भ में परिवर्तन सामाजिक स्वरूप
· वर्ण व्यवस्था की उत्पत्ति एवं विकास
12. प्रारंभिक
मध्यकालीन समाजों में परिवर्तन
(Changes in Primary Medieval Societies)
· प्रारंभिक मध्यकालीन समाज में परिवर्तन
13. शहरों के पतन की
समस्या कृषि का विस्तार, भूमि अनुदान और
मध्यस्थों का विकास
(The Problem of
Urban Decay: Expansion of Fanning, Land Grant and Development of
Intermediaries)
· भारत में सामंतवाद
· सामंतवाद तथा शहरी पतन की अवधारणा
14. वणों और जातियों का
प्रसार और सुदृढीकरण
(Expansion and Strengthening of Varias and Castes)
· वर्णों और जातियों का प्रसार
15. समाज में धर्म (Religion in Society)
· प्रारंभिक मध्यकाल में धर्म की मुख्य विशेषता
16. ग्राम समुदाय (Village Community)
· ग्राम समुदाय
17. ग्रामीण समाज : उत्तर भारत (Rural Society:
North India)
· मध्यकाल के जनजातीय समाज के किसानीकारण
· मध्ययुगीन भारतीय समाज का स्वरूप
· मध्यकालीन समाज में व्यापारी वर्ग की स्थिति
18. ग्रामीण समाज :
प्रायद्वीपीय भारत (Rural Society:
Continental India)
· बलुतेदार के संगठन
· ग्रामीण दक्कन समाज
· 7वीं से 12वीं - दक्षिण भारत में ग्रामीण समाज का ढांचा (प्रायद्वीपीय भारत में ग्रामीण समाज)
19. पश्चिम भारत में
वंश और राज्य संग (Dynasty and
State Unions in Western India)
· प्रारंभिक मध्यकाल में राजपूतों की सामाजिक संरचना
20. उत्तर भारत में
सामाजिक वर्ग (Social Class in
Northern India)
· मध्यकाल के दौरान शहरी कुलीन वर्ग की स्थिति
· मध्यकाल में महिलाओं की स्थिति
21. प्रायद्वीपीय भारत
में बदलता हुआ सामाजिक ढाँचा
(Changing Social
Structure in Sub-continental India)
· मध्यकाल प्रायद्वीपीय भारत के बदलते हुए सामाजिक
ढांचे
· दक्कन में सूफीवाद / सूफीवाद राजनीतिक और सामाजिक भूमिका
22. सामाजिक-धार्मिक
आन्दोलन (Socio-Religious Movements)
· सामाजिक धार्मिक आंदोलन
· 9वीं शताब्दी से 14
शताब्दी भक्ति पर आधारित सामाजिक आर्थिक आंदोलन का प्रादुभाव
· संगम साहित्य में भक्ति का विकास
23. अठारहवीं शताब्दी
का समाज : संक्रमण काल
(Eighteenth
Century Society: Transitional Period)
· 18 वीं शताब्दी विकास और सुख समृद्धि की शताब्दी
24. भारतीय सामाजिक
संरचना के विषय में राष्ट्रवादियों और समाज सुधारकों की धारणाएँ
(Conceptions of
Nationalists and Social Reformers about Indian Social Structure)
· सामाजिक धार्मिक आंदोलन की अवधारणा
25. नए ऐतिहासिक
सन्दर्भ में जातियों का अध्ययन
(Study of Castes
in New Historical Reference)
· जातियों का अध्ययन
26. ग्रामीण-शहरी
गतिशीलता का स्वरूप समुद्र पार प्रवसन
(Nature of
Rural-Urban Mobilisation: Emigration Across Ocean)
· प्रवसन के इतिहास लेखन
27. शहरी और ग्रामीण
क्षेत्रों में सामाजिक संरचना
(Social
Structure in Urban and Rural Areas)
· उपनिवेशवाद का ग्रामीण क्षेत्रों में वर्ग संरचना पर प्रभाव
28. औपनिवेशिक वन
नीतियाँ और आपराधिक जनजातियाँ
(Colonial Forest
Policies and Criminal Tribes)
· औपनिवेशिक वन नीति / देसी समुदाय पर प्रभाव
· अपराधिक जनजाति अधिनियम 1771
29. उपनिवेशवाद में
महिलाओं की स्थिति
(The Position of
Women During Colonialism)
· समाज सुधार आंदोलन का महिलाओं पर प्रभाव
· महिलाओं की राजनीतिक भूमिका
30. सामाजिक भेदभाव (Social Discrimination)
· 19वीं शताब्दी भारतीय
समाज में निम्न वर्ग एवं महिलाओं की परिस्थिति
· औपनिवेशिक भारत में धार्मिक, सामाजिक भेदभाव
31. जन विरोध और
सामाजिक संरचनाएँ
(Public
Opposition and Social Structures)
· 19वीं शताब्दी के जन्म विरोधी की प्रमुख विशेषता
32. उपनिवेशवाद के अधीन
जनजातियों का अध्ययन
(Study of Tribes
under Colonialism)
· भारतीय जनजातीय पर अंग्रेजी अधिकारियों के विचार
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BY VISHWAJEET SINGH