प्राचीन यूनान में दास प्रथा
- लगभग 8000 बी०सी० के निचले मिस्र (Egypt) के प्राक् - ऐतिहासिक कब्रों से पता चलता है कि लीबिजन लोगों ने सैनों को दास कबीलों के रूप में व्यवह करते थे।
- चूंकि दासता सामाजिक स्तरीकरण की विशेषता है।
- अतः आखेट संग्राहक (Hunter gatherer) से जुड़े लोगों में इस व्यवस्था के अस्तित्व की कल्पना या साक्ष्य दुर्लभ है।
- व्यापक दासता के लिए आर्थिक अतिरेकता तथा उच्च जनसंख्या घनत्व की दशा भी अपेक्षित है।
- इन प्रवृत्तियों को देखते हुए यही माना जा सकता है कि दासता के प्रचलन की परिकल्पना कृषि के आविष्कार के बाद नवपाषाण काल के दौरान लगभग 11000 वर्ष पूर्व चरितार्थ हुई होगी ।
यूनानी आदि कवि होमर ( ई०पू० 900 के लगभग)
- महाकाव्यों इलिगड व ओडिसी में भी दासता के अस्तित्व तथा उसके नैतिक पतन का
- यूनान में दास बहुत बड़ी संख्या थी
- एथेंस में दासों की संख्या स्वतन्त्र नागरिकों से भी अधिक थी
- यूनानी समाज व राज्य में दासों की एक निश्चित व महत्वपूर्ण भूमिका थी
- प्लेटो ने अपनी कृति 'रिपब्लिक' में दासों की चर्चा प्रमुखता से की है जिसके आधार पर कुछ आधुनिक इतिहासकारों जैसे-सैबाइन, डनिंग, वार्कर ने अपनी कृतियों में अनेक महत्वपूर्ण निष्कर्ष प्रतिपादित किये है |
- जहा। यूनानी दार्शनिक अरस्तू ने दासता को स्वामी व दास दोनों के लिए हितकर माना है,
- वहीं प्लेटो ने इसका विरोध किया क्योंकि वे दासता को अनैतिक मानते थे।
- यूनानी सभ्यता की अर्थव्यवस्था में दासों की महत्वपूर्ण भूमिका
- उत्पादन कार्य के लिए धातु का उपयोग
- यूनान में दास प्रथा अन्य साम्राज्य से भिन्न
- सर्वप्रथम महिलाओं को दास पुराने का प्रमाण
- होमर के महाकाव्य - युद्ध बंदी, ऋण लेकर वापस नहीं करने वाले को दास बनाने का प्रमाण
- खनन, हस्तशिल्प और कृषि आदि में बड़े पैमाने पर दासों का उपयोग
- स्पार्टा ने जब पोलोपान्नेस में स्थित मेसेनिया पर अपना कब्जा जमा लिया - तो वहां की पूरी आबादी को ही दास बना लिया था।
- स्पार्टा वासियों ने एक नये प्रकार की दास प्रथा शुरू की जिसे हेलोटी के नाम से - जाना जाता है।
- हेलोट इस प्रथा के अन्तर्ग बनने वाले दास को कहा जाता था
- हेलोट वे दास हुआ कते थेए जिस पर स्पार्टा समुदायों का अधिकार होता था।
- स्पार्टा वासी इन दासों से अपनी खेती कराया करते थे।
- हेलोट को वितरण करने का राज्य का अधिकार था
- राजा द्वारा परिवार को जरूरत के हिसाब से दास दिया जाता था
- होलोटी प्रथा और अन्य प्रकार के दासों में अंतर था
- हेलोट पर किसी एक व्यक्ति का व्यक्तिगत अधिकार नहीं था
- हेलोट अपना परिवार बसा सकते थे
- बच्चों की स्थिति मातापिता जैसी होती थी
- विद्वान मानते हैं कि हेलोट दास प्रथा एक मानवीय रूप था
- दास प्रथा से स्पार्टा के अर्थव्यवस्था का पिछड़ापन का पता चलता है
- स्पार्टा में निजी संपत्ति का विकास पूर्ण रूप से नहीं हुआ
- सामाजिक स्वरूप से भी कबीलाई अवशेष को बनाए हुए था
- इन्हीं कारणों से स्पार्टा में दास प्रथा विकसित हुआ
- यह प्रथा केवल स्पार्टा में ही प्रचलित नहीं थी यूनान के अन्य भागों में भी विकसित हुआ
- थिसेलीए क्रीटए अरगोस आदि यूनान के हिस्सों में दास प्रथा का प्रचलन बढ़ा
- यूनानी समाज और अर्थव्यवस्था के लिए दास प्रथा की एक विशेषता बन गई
- दासों के लिए डोउलोस शब्द का प्रयोग किया जाने लगा
- एथेंस के दास प्रथा में दासो को संपत्ति रखने का अधिकार दिया जाता था
- उन्हें बाजार में बेचा खरीदा जा सकता था
- धातु द्वारा उत्पादन करने का आधार में बढ़ोतरी अर्थव्यवस्था में दास मजदूर लगाया जाने लगा
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By Vishwajeet Singh